Monthly Archives: August 2013

A DROP OF OCEAN


जब सगर लेहेराकर किनअरोको अप्नी बाहोम समाजएगि जब पवन हरा खेतोमे मन्द गतिसे सारी फसलको झुलाने लगेगि जब गगनोमे चान्द बादलकी पर्देको हtaकर मुस्कुराने लगेगि जब बारीस होनेकी बाद सारी धर्ती तृप्त होकर खिल्ने लगेगि उस अनुपम घडीमे सारी दुनियको … Continue reading

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